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GITANJALI SAXENA
Abu Dhabi - UAE
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गीतांजलि सक्सेना
न जाने क्यों? शब्दों के विशाल सागर में,
बस डूब जाने को ही, यह दिल है चाहता,
छोटी-बड़ी सी जल भंवर धाराएँ ही तो है,
जो है सिखाती हमें, हिम्मत से बस डटे रहना,
इसी में तो हैं छिपे, जीने के हर नये अंदाज,
भंवरों के डर से नौका कभी पार नहीं होती।
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कलम से उतरे शब्दों का कमाल…
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